श्री सीताराम जी महाराज की प्रतिष्ठा का कार्य श्री बालाजी महाराज, घाटा मेहंदीपुर के श्री श्री 1008 महन्त किशोरपुरी जी ने पूर्ण , उत्साह , उदारता और प्रसन्नता के साथ सम्पन्न किया । इस अवसर पर सिद्ध पीठ श्री घाटा मैंहदीपुर को बहुत ही आकर्षक ढंग से सजाया गया था । समस्त भक्त लोगों ने भी इस अवसर पर हार्दिक उत्साह का परिचय दिया । शोभा यात्रा के समय तो ऐसा लग रहा था मानो संसार की समस्त शोभाएं सिमटकर इस पुण्य धाम में ही एकत्रित हो गई हों । परम हर्ष , उत्साह और अलौकिक आनन्द की उस छवि का वर्णन करना लेखनी की शक्ति से बाहर है । उस परम आनन्द का तो प्रेमी भक्त केवल अनुभव ही कर सकते हैं ।
वर्ष २००८ में सीताराम मंदिर का कार्यभार श्री श्री 1008 महन्त किशोरपुरी जी ने अपने शिष्य श्री नरेश्पुरी महाराज को संभला दिया| सीताराम जी मंदिर के नए महंत श्री नरेशपुरी जी महाराज द्वारा मंदिर का नवनिर्माण कार्य कराया गया एवं अपने परमपूज्य गुरुदेव के मार्गदर्शन में मंदिर के विकास कार्यो को एक नयी दिशा दी |
सिद्ध पीठ श्री बालाजी घाटा मेंहदींपुर के श्री श्री 1008 महन्त किशोरपुरी जी महाराज के हार्दिक सत्संकल्प के फलस्वरूप सम्वत् २०४५ के माघ मास की शुल्क त्रयोदशी बुधवार के शुभ दिन श्री मारुति मन्दिर के सम्मुख सन्संग भवन में श्री सीताराम जी महाराज की प्राण प्रतिष्ठा हुई । इस प्रतिष्ठा महोत्सव में इक्कीस योग्य और सुधी पंडितों ने भाग लिया । वेदज्ञ एवं युवा याज्ञिक श्री शिवाशंभु जी शास्त्री जयपुर वालों के आचार्यत्व में विधि विधान से यह कार्य सम्पन्न हुआ ।